Bcrew pablo escobar biography in hindi
हर हफ्ते करोड़ कमाई, जेल में नाइट क्लब क्या करता था पाब्लो एस्कोबार, जिसके नाम पर भिड़े आंध्र के नेता
नई दिल्ली:नेटफ्लिक्स पर एक बहुत चर्चित वेब सीरीज है नार्कोस। शायद आपने देखी होगी। कभी ड्रग्स की दुनिया के बेताज बादशाह रहे 'पाब्लो एस्कोबार' की जिंदगी पर ये सीरीज बनाई गई है। पाब्लो एस्कोबार वो नाम था, जिसने ड्रग्स के कारोबार से बेशुमार दौलत कमाई। एक वक्त ऐसा भी आया, जब उसने अपने लिए खुद की जेल बना डाली। गुरुवार को ये नाम आंध्र प्रदेश की विधानसभा में गूंजा और ऐसा गूंजा कि जबरदस्त हंगामा मच गया। दरअसल, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को घेरते हुए उनकी तुलना पाब्लो एस्कोबार से कर डाली। नायडू ने कहा कि अपने पांच साल के शासन में पूर्व सीएम रेड्डी ने प्रदेश को गांजा राजधानी बना दिया है। आखिर कौन था ये पाब्लो एस्कोबार? और उसकी मौत के 30 साल बाद भी आखिर क्यों, उसका नाम आज भी जिंदा है?कोलंबिया के सबसे पुराने शहरों में से एक है रिओनग्रो। 1 दिसंबर को इसी शहर के एक गरीब परिवार में पाब्लो एस्कोबार का जन्म हुआ। पिता किसान थे और मां स्कूल टीचर, लेकिन पाब्लो की ख्वाहिशें बड़ी थीं। उसकी उम्र महज साल की रही होगी, जो वो छोटे मोटे क्राइम करने लगा था। स्कूल के नकली डिप्लोमा बनाना, इलेक्ट्रॉनिक सामान की तस्करी और कब्र के पत्थर चुराकर बेचने वाला पाब्लो देखते ही देखते कब पूरी तरह अपराध की दुनिया में उतर गया पता ही नहीं चला। उसकी पहली गिरफ्तारी महज 25 साल की उम्र में उस वक्त हुई, जब उसने गाड़ियों की चोरी शुरू की।
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खड़ी कर दी 25 खरब रुपए की संपत्ति
ये वो दौर था, जब कोकीन का कारोबार धीरे-धीरे कोलंबिया में अपनी पकड़ बना रहा था। पाब्लो जेल से बाहर निकला और इसी कोकीन के धंधे में उतर गया। पाब्लो ने अपना गैंग बनाया और ड्रग्स की तस्करी करने लगा। 'मेडेलिन कार्टेल' नाम से उसका गैंग कोकीन के प्रोडक्शन और ट्रांसपोर्ट से लेकर बेचने तक का काम संभालता था। के दशक का दौर आते-आते पाब्लो के कार्टेल ने कोकीन के कारोबार पर अपना पूरा दबदबा बना लिया। इस काले धंधे से अब उसके पास बेशुमार दौलत और बेहिसाब ताकत आ चुकी थी। रिपोर्ट्स बताती हैं कि उसकी संपत्ति 30 बिलियन डॉलर यानी करीब 25 खरब रुपए तक पहुंच गई थी।गैंगस्टर के इश्क में सबकुछ लुटा बैठी IAS की बीवी, मिला धोखा तो आई पति की याद एक भूल, प्यार और फरेब की कहानी
फॉर्म हाउस में बनाया खुद का चिड़ियाघर
ड्रग्स के धंधे से पाब्लो हर हफ्ते मिलियन डॉलर यानी करोड़ रुपए की कमाई करता था। लग्जरी लाइफ, महंगी गाड़ियां और शान-ओ-शौकत पाब्लो ने अपने अतीत को पूरी तरह बदल दिया था। कोलंबिया के हैसिंडा नेपोल्स में उसने एकड़ में लगभग 63 मिलियन डॉलर की लागत से एक शानदर फार्म हाउस बनाया। इस फार्म हाउस में फुटबॉल का मैदान, डायनासोर की मूर्तियां, आर्टिफिशियल झीलें, बुलफाइटिंग अखाड़ा, हवाई पट्टी और एक टेनिस कोर्ट बना हुआ था। यही नहीं, यहां उसने विदेशी जानवरों वाला एक चिड़ियाघर भी बनाया, जिसमें जिराफ, दरियाई घोड़े जैसे जानवर रखे गए।रॉबिन हुड बनकर जीत गया चुनाव
पाब्लो एस्कोबार अब दुनिया का सबसे अमीर ड्रग माफिया बन चुका था। यहां से उसने अपनी इमेज रॉबिन हुड की तरह बनानी शुरू की। अपनी काली कमाई से उसने गरीबों के लिए घर बनवाए। छोटी-मोटी दिक्कतों में उनकी मदद की। इतना ही नहीं, सड़कों और स्ट्रीट लाइट जैसी दिक्कतों को भी उसने अपनी कमाई से बनवाना शुरू कर दिया। और अपनी इसी इमेज के बलबूते पर पाब्लो ने में देश की कांग्रेस में एक सीट पर चुनाव जीत लिया। हालांक, उसके राजनीतिक जीवन पर काले धंधों की परछाई पड़ी और उसका ये नया करियर शुरू होने से पहले खत्म हो गया।घर से निकला 8 साल का विजय, 16 की उम्र में लौटा तो बन गया था मोहम्मद उमर, एक सुराग ने खोल दी पूरी कहानी